Tuesday 10 June 2008

परमात्मा में विश्वास

1. परमात्मा में सही विश्वास का अर्थ है - निर्भयता.

2. मनोविकारो पर विजय प्राप्त करना ही आत्मा दी सच्ची स्वतंत्रता है.

3. दो सबसे माहान चिकित्सक है - परमात्मा और समय.

4. शांति व सहनशीलता वातानुकूलित कक्ष जैसी शीतलता प्रदान करती है.

5. चिंताग्रस्त व्यक्ति जीवन में कई बार मरता है.

6. भय को दूर भागने के लिए ज्ञान व विवेक की प्राप्ति ही एकमात्र उपाय है.

7. गुरु के पाने के बाद कुछ और पाने की आवश्यकता नहीं रह जाती.

8. यदि आपको अपने ही अन्दर शांति नहीं मिल पाती तो भला इस विश्व मे कही और कैसे पा सकते हो.

9. अविश्वासी व्यक्ति कभी शांत नहीं रह सकता, मन की शांति के बिना क्या ख़ुशी संभव है.

10. आप अनुमान लगाने का जितना अधिक प्रयत्न करेगे उतना ही अधिक परेशांन होगे.

11. क्रोधी व्यक्ति वास्तव मे स्वयम के साथ क्रोधित होता है.

12. यदि आप प्रेमयुक्त होने के साथ साथ नियमयुक्त होकर नहीं रह सकते तो आपमे अवश्य किसी शक्ति की कमी है.

2 comments:

Amit K Sagar said...

आपका चुना हुआ हर वचन वाकई अनमोल है. काश इन्हें हम आचरण में ला सकें. शुक्रिया.

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♫ उल्टा तीर पर पूरे अगस्त भर आज़ादी का जश्न "एक चिट्ठी देश के नाम लिखकर" मनाइए- बस इस अगस्त तक. आपकी चिट्ठी २९ अगस्त ०९ तक हमें आपकी तस्वीर व संक्षिप्त परिचय के साथ भेज दीजिये. [उल्टा तीर] please visit: ultateer.blogspot.com/

JAI GURU NITAI said...

गुरु, संतो, परमात्मा के आशीर्वाद /कृपा प्रसाद द्वारा और जीव के एक बिंदु मात्र पर्यास से यह धीरे धीरे ही संभव हो सकता है.
हम भी है इंतजार मे..........................................
आप भी आशीर्वाद करने की कृपा करो कोई एक भी सच कहते हो ............................